Not known Facts About sidh kunjika



देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति तृतीयोऽध्यायः

[These are definitely preliminary stotras that need to be recited prior to studying of Devi Mahatmyam/Chandi/Durga Sapthasathi. Here's it explained to that if this kunjika stotram is recited then there is not any need to recite all these.]

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति सप्तमोऽध्यायः

श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)

शृणु देवि प्रवक्ष्यामि कुंजिकास्तोत्रमुत्तमम् ।

गोपनीयं प्रयत्नेन स्वयोनिरिव पार्वति ।

देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नामावलि

दकारादि दुर्गा अष्टोत्तर शत नामावलि

इस पाठ के करने से अष्टसिद्धियां प्राप्त होती हैं.

अगर किसी विशेष get more info मनोकामना पूर्ति के लिए सिद्ध कुंजिका स्तोत्र कर रहे हैं तो हाथ में जल, फूल और अक्षत लेकर जितने पाठ एक दिन में कर सकते हैं उसका संकल्प लें.

श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तरशत नाम्स्तोत्रम्

इदं तु कुंजिकास्तोत्रं मंत्रजागर्तिहेतवे ।

इसके लिए मां दुर्गा के समक्ष घी का दीपक जलाएं. इसे देवी की तस्वीर के दाईं तरफ रखें.

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति सप्तमोऽध्यायः

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